Saturday, March 25, 2023

पाठ – एक सटीक बारम्बार प्रार्थना

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“” पाठ – एक सटीक बारम्बार प्रार्थना “”

httpss://youtu.be/kHllv9R3HV8

“” पाठ “”

“” अनुकरणीय कथावस्तु का सुनियोजित क्रम से वाचन ही पाठ कहलाता है। “”

वैसे मानस के अंदाज में –

“” प “” से पूर्व निर्धारित कथन
“” अ “” से आचरण
“” ठ “” से ठहराव की क्षमता

“” पूर्व निर्धारित कथन जो आचरण के साथ ठहराव की क्षमता भी प्रदान करे तो, वह पाठ कहलाता है | “”

“” प “” से – पंक्तिबद्ध अभिमंत्रित लेखनी
“” अ “” से – अनुसरण
“” ठ “” से – ठहराव की अनुभूति

“” पंक्तिबद्ध अभिमन्त्रित लेखनी अनुसरण के दौरान ठहराव की अनुभूति दर्ज करवाये, वही तो पाठ कहलाता है | “”

“” प “” से – प्रयोजन की सिद्धि
“” अ “” से – अभिलाषा
“” ठ “” से – ठहराव में भी अनुशासन

“” प्रयोजन की सिद्धि व अभिलाषा के साथ ठहराव में भी अनुशासनात्मक अध्ययन ही पाठ कहलाता है । “

मानस जिले सिंह
【 यथार्थवादी विचारक】
अनुयायी – मानस पँथ
उद्देश्य – समाज में शिक्षा, समानता व स्वावलंबन के प्रचार प्रसार में अपनी भूमिका निर्वहन करना।

8 COMMENTS

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ONKAR MAL Pareek
Member
11 months ago

बहुत ही यथार्थवादी शब्दो में परिभाषित किया है ।

Harish
Harish
11 months ago

Nice one

Jitu Nayak
Member
11 months ago

Nice Ji

Dinesh
Dinesh
11 months ago

शानदार 🌹

Amar Pal Singh Brar
Amar Pal Singh Brar
11 months ago

अति उत्तम

Devender
Devender
11 months ago

शानदार

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