मानस के विचार में महाशिवरात्रि
“” महाशिवरात्रि “”
आज का पावन पर्व सर्वहित के लिए स्वःहित के त्याग, जगत कल्याण हेतु हलाहल विष गृहण, तुच्छ से तुच्छ वस्तु की स्वीकार्यता, भोलेपन की मूर्तता, हर वर्ग को आशीर्वाद व सानिध्य प्रदाता के रूप में दर्शाता है।
“” जहाँ पहचान, कारवाँ और लक्ष्य तीनों संद्धिग्ध व अस्पष्ट हो,
वहाँ करोड़ों गुना अच्छा उस कार्य त्याग करना। “”
“‘ मानस इस प्रकार के किसी भी व्यक्तित्व की पुष्टि न कर सिर्फ पात्र के गुणों की प्रशंसा करता है। “”
मेरी तरफ से महाशिवरात्रि पर्व की ढेर सारी शुभकामनाएं।
मानस जिले सिंह
【 यथार्थवादी विचारक】
अनुयायी – मानस पँथ
उद्देश्य – समाज में शिक्षा, समानता व स्वावलंबन के प्रचार प्रसार में अपनी भूमिका निर्वहन करना।
Mahashivratri ki bahut bahut badhayiyaan
आपको भी ढेर सी शुभकानाए 🙏
Same to you Bahi ji