“” युवा शक्ति की परिभाषा ”” या “‘ युवा शक्ति क्या है “”
“” Definition of Fresh Blood “” Or “” Meaning of Young Energy “”
“” युवा शक्ति “”
“” सृजनात्मक , नूतनता व सतत विकास हेतु समर्पित दिशा निर्देशित ऊर्जा या संयुक्त बल को युवा शक्ति कहा जाता है। “”
इसे आसानी से समझने के लिए संधि विच्छेद भी किया जा सकता है।
युवा + शक्ति
“” युवा “”
“” यौवन की चरम अवस्था ही युवा कहलाती है। “”
“” नवचेतना, युक्तियुक्त व निश्चयबद्ध कार्यपद्धति काल ही मानवीय जीवन में युवा कहलवाता है। “”
वैसे “” य “” से योजनाबद्ध जहां कार्यप्रकृति की शैली में समा जाये,
वहाँ कार्यप्रबन्धन का जवाबदेही भी होना तय है;
“” व”” से वचनबद्ध जहां नेतृत्व अपने दायित्वों के प्रति बना रहता है,
वहाँ न्याय, समानता व सुरक्षा का वातावरण मिलना आश्चर्य के विषय में नहीं आता;
वैसे “” योजनाबद्ध जहां वचनबद्ध हो जाये,
वहाँ नूतन विचार धारणकर्ता ही युवा कहलाता है। “”
“” बोधगम्यता के साथ यलगार लेने की योग्य आयु सीमा ही प्राणित्व को युवा दर्शाती है। “”
“” शक्ति “”
“” दक्षता का आत्मविश्वासीय प्रदर्शन होने का प्रामाणिक आधार ही शक्ति है। “”
“” शौर्य व ज्ञान के संकलन में अंतर्निहित अजेय की आधारशिला ही शक्ति कहलाती है। “”
वैसे “” श “” से शूरता जहां जीवन शैली की परिचायक बने,
वहाँ मानवीय जीवन में हर बार नये कीर्तिमान स्थापित होने तय हैं;
“” क् “” से क्यारी जहां बनाने की युक्तिबद्ध सतत प्रक्रिया हो,
वहाँ वैज्ञानिक विधि से संचय करने की मानवीय कला का विकसित होना लाजमी है;
“” त “” से तार्किकता जहां कार्यव्यवहार में दर्ज होने लगे,
वहाँ कार्यकुशलता व नेतृत्व में निखार आना अवश्यम्भावी है;
वैसे “” शूरता जहां क्यारीबद्ध के साथ तार्किकता पर सवार होती है,
वहाँ कार्यनिष्पादन व निपुणता का आधार ही शक्ति है। “”
सरल शब्दों में –
“” सामर्थ्य का कर्त्तव्यनिष्ठ होने में अवश्यम्भावी विजय प्रदर्शन का जज्बा ही शक्ति है। “”
यानि दूसरे शब्दों में युवा शक्ति —
“” नवसरंचनात्मक सतत प्रकिया में लक्ष्य को समर्पित अदम्य साहस व कौशलयुक्त प्रबंधन ही युवा शक्ति है। “”
स्वामी विवेकानंद ने कहा था कि
“” युवा राष्ट्र की वास्तविक शक्ति है। “”
आज के परिपेक्ष्य में चुनौती –
1. माध्यमिक शिक्षा पद्धति का व्यावहारिक में स्तरहीन होना।
2. उच्च शिक्षण संस्थानों के अभाव के साथ बहुत अधिक खर्चीला होना।
3. नवाचार या शोध में सरकारी या गैर सरकारी प्रबंधन की नीरसता।
4. उद्यमशीलता में जोखिम व भारी भरकम निवेश से जन्मी उदासीनता।
5. आसान तरीकों से धनोपार्जन की लोलुप्तता।
6. सोशल मीडिया पर फूहड़, व्यभिचार व अश्लीलता के प्रति आकर्षण व पैसा कमाने की अंधी दौड़।
7. विलासिता व उपभोगवादी जीवन जीने में रुचि पर प्राप्ति हेतु शॉर्टकट की तरफ आकर्षण।
8. असमानता का लिंगात्मक, जातिगत व आर्थिक मानदण्डों का बोलबाला।
9. एकल परिवार में भी निरंकुश या स्वार्थ सिद्धि की प्रबलता।
10. मानवीय मूल्यों के पतन से बढ़ता अपराधीकरण, वैमनस्यता व पनपता वहशीपन।
सकारात्मक पहलू —
1. राजनैतिक स्तर पर बढ़ती भागीदारी।
2. राष्ट्र के लिए समर्पित पनपती विचारधारा को बल।
3. धार्मिक पाखण्डों को त्याग आधुनिक व वैज्ञानिक दृष्टिकोण के प्रति बढ़ती रुचि।
4. सोशल मीडिया से दूरस्थ शिक्षा में युवा शक्ति की बढ़ती भूमिका।
5. इंटरनेट की उपयोगिता से साधारण विक्रेता व ग्राहकों के बीच मिटती दूरी व बढ़ते मुनाफे में युवा वर्ग बेहतरीन योगदान।
6. कृषि या सम्बन्धित क्षेत्र में बढ़ती युवाओं की रुचि।
7. स्वावलंबन में नवाचार के रास्ते उद्यमशीलता के प्रति बढ़ता आकर्षण।
8.महिलाओं की बढ़ती भागीदारी के प्रति युवा वर्ग की सकारात्मक सोच।
9. युवाओं का ग्रामीण इलाकों से पलायन पर आंशिक तौर पर रोक।
10. रोजगार सृजन की उभरती मानसिकता में युवाओं का वैश्विक स्तर पर योगदान।
सरकारी आंकड़ों में उम्र की सीमा तय होती है परंतु वैचारिक व सैद्धांतिक रूप से उम्र नहीं नवाचार व ऊर्जावान होना अतिआवश्यक है।
संक्षेप में –
युवाशक्ति की सकारात्मक, सृजनात्मक व संगठनात्मक सोच समाज , देश व वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए उपयोगी व लाभदायक सिद्ध होती है।
अतः युवा पीढ़ी का मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, करुणामयी व सहयोगार्थ रवैये के लिए संस्कारिक व नूतनता पारिवारिक माहौल का होना बहुत जरूरी है।
अतः शिक्षा, समानता व स्वावलंबन के नियम को एकाकी से लेकर समाज, देश एवं वैश्विक स्तर तक अपनाने की जरूरत है।
मानस जिले सिंह
【यथार्थवादी विचारक】
अनुयायी – मानस पंथ
उद्देश्य – समाज में युवा शक्ति को प्रेरणादायक मुहिम के अग्रसर होने में प्रेरित करते हुए स्वयं की भी भूमिका तय करना।
युवा शक्ति 🙏🙏🙏
आओ करें कुछ नई बात,
युवा सोच के साथ नई शुरूआत।।
विस्तृत एवं व्यापक व्याख्या