Friday, March 31, 2023

“” काश का सिलसिला जो फिर आगे बढ़ा “”

More articles

“” The chain of wish that went ahead again “”
“” काश का सिलसिला जो फिर आगे बढ़ा “”

एक अधूरा मीठा सा अहसास ,
एक आधी अधूरी सी प्यास ,
एक अनकही आस ,

बिन पँखों के पक्षी की उड़ान ,
बिन पतवार कश्ती को पार करता तूफान ,
बिन यात्रा ही किसी जगह पर पहुंचने का भान ,

उखड़ते पेड़ की शाख पर घोंसले में चूजे के प्राण ,
अधमरे पहलवान का अखाड़े में चुनौती का प्रण ,
उखड़ती साँसों में भी सैनिक का जंग ऐ ऐलान ,

मानस जिले सिंह
【यथार्थवादी विचारक 】
अनुयायी – मानस पंथ
उद्देश्य – मानवीय मूल्यों की स्थापना में प्रकृति के नियमों को यथार्थ में प्रस्तुतीकरण में संकल्पबद्ध प्रयास करना।

guest
0 Comments
Inline Feedbacks
View all comments

Latest