“” The chain of wish that went ahead again “”
“” काश का सिलसिला जो फिर आगे बढ़ा “”
एक अधूरा मीठा सा अहसास ,
एक आधी अधूरी सी प्यास ,
एक अनकही आस ,
बिन पँखों के पक्षी की उड़ान ,
बिन पतवार कश्ती को पार करता तूफान ,
बिन यात्रा ही किसी जगह पर पहुंचने का भान ,
उखड़ते पेड़ की शाख पर घोंसले में चूजे के प्राण ,
अधमरे पहलवान का अखाड़े में चुनौती का प्रण ,
उखड़ती साँसों में भी सैनिक का जंग ऐ ऐलान ,
मानस जिले सिंह
【यथार्थवादी विचारक 】
अनुयायी – मानस पंथ
उद्देश्य – मानवीय मूल्यों की स्थापना में प्रकृति के नियमों को यथार्थ में प्रस्तुतीकरण में संकल्पबद्ध प्रयास करना।