महाविद्यालय का अर्थ | महाविद्यालय की परिभाषा
Definition of College | Meaning of College | Mahavidyalaya Ki Paribhasha
| महाविद्यालय |
“” महाविद्या + आलय “”
“” ज्ञान की विशिष्टता होने के साथ वस्तुनिष्ठ होने पर भी प्रामाणिक अध्ययन स्थली को महाविद्यालय कहते हैं। “”
“‘ विषय विशेष पर गहनता से अध्ययन के साथ रोजगारपरक उपलब्धकर्ता संस्थान ही महाविद्यालय कहलाता है। “”
वैसे “‘” म “” से महीन से महानतम
“” ह “” से हद
“” व “” से विलक्षण ज्ञान
“” द् “” से दक्षता
“” य “” से यथार्थ
“” ल “” से लक्ष्यबद्ध
“” य “‘ से यात्रास्थल
“” महीन से महानतम की हद में रहकर विलक्षण ज्ञान की दक्षता से यथार्थ की प्राप्ति हेतु लक्ष्यबद्ध यात्रास्थल को महाविद्यालय कहते हैं। “”
वैसे “” महा + विद्या + आलय = विद्यालय “”
“” महा “” से अत्यंत
“” विद्या “” से ज्ञान
“” आलय “” से घर
“” अत्यंत ज्ञान के घर को महाविद्यालय कहते हैं। “”
वैसे “” महा + विद्या + लय = विद्यालय “”
“” महा “” से बड़े से भी अत्यधिक बड़ा
“” विद्या “” से व्यवस्थित ज्ञान
“” लय “” से अविरल प्रवाह
“” बड़े से भी अत्यधिक बड़े व्यवस्थित ज्ञान के अविरल प्रवाह स्थली को ही महाविद्यालय कहते हैं। “”
“” विषय में रुचि के अनुरूप डिप्लोमा, डिग्री या मास्टर का विधिवत अध्ययन करवाने वाला संस्थान महाविद्यालय कहलाता है। “”
“” आज की शिक्षा प्रणाली का रोजगार उन्मुखी के साथ व्यवहारिक ज्ञान से भी लबरेज होना चाहिए। “”
मानस जिले सिंह
【यथार्थवादी विचारक 】
अनुयायी – मानस पंथ
उद्देश्य – मानवीय मूल्यों की स्थापना हेतु प्रकृति के नियमों का यथार्थ प्रस्तुतीकरण में संकल्पबद्ध योगदान देना