मानस की परिभाषा | मानस का शाब्दिक अर्थ
Definition of Manas | Manas Ka Arth | Manas Ka Shabdik Arth
मानस का शाब्दिक अर्थ
आध्यात्मिक मूल्य व नैतिक मूल्यों की प्रधानता रखते हुए मानवता पर चलना ही मानस पंथ की ओर अग्रसर होना है।
मानस का अर्थ पंथ के सन्दर्भ में –
M – ( Mission ) लक्ष्य
Making education the mission of human top priority.
शिक्षा को मानव की सर्वोच्च प्राथमिकता का लक्ष्य बनाना।
A – ( Act ) कर्म
Preserving nature is a service to God, this act is to make karma.
प्रकृति का संरक्षण करना ईश्वर की सेवा है, यह कर्म करना है।
N – ( Nature ) प्रकृति
Establishing the ideology of ethnic equality in nature.
प्रकृति में जातीय समानता की विचारधारा की स्थापना।
A – ( Attribute ) गुण
To attribute the same sentiment towards religious structure.
धार्मिक ढांचे के प्रति समान भाव के गुण को चरितार्थ करना।
S – ( Sect ) धर्म
Dedication to true love should be ensured in the creation of new sect.
नए संप्रदाय के निर्माण में सच्चे प्रेम के प्रति समर्पण सुनिश्चित किया जाना चाहिए।
“” जिसका लक्ष्य कर्म में प्रकृति के गुणों को धर्म रूप में आत्मसात करने का जज्बा हो, वह मानस कहलाता है। “”
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मानस की परिभाषा |मानस का शाब्दिक अर्थ
मानस जिले सिंह
【 यथार्थवादी विचारक】
अनुयायी – मानस पँथ
उद्देश्य – समाज में शिक्षा, समानता व स्वावलंबन के प्रचार प्रसार में अपनी भूमिका निर्वहन करना।
great thought
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