भूत की परिभाषा | भूत का अर्थ
Definition of Past | Meaning of Past | Bhoot Ka Arth
| भूत |
“‘ वर्तमान में जीते हुए गुजरी परिस्थितियों को दर्शाने वाला सूचक भूत ही तो है। “”
“‘ अतीत के पहलू से रूबरू करवाता कारक ही भूत कहलाता है। “‘
सामान्य परिप्रेक्ष्य में –
वैसे “” भ”‘ से भक्षित
“” त “” से तिथि
“” भक्षित तिथि की परिस्थिति को परिचय करवाता कारक ही भूत है। “”
वैसे “” भ “‘ से भुगतान
“” त “” से तारतम्यता
“” भुगतान हो चुकी तारतम्यता का परिचायक ही भूत है। “”
वैसे “” भ “‘ से भूमिका
“” त “” से तिरोधान
“” भूमिका के तिरोधान का सूचनार्थकर्ता भूत ही तो है। “”
“” पुराने ख्याल , विचार व परिस्थितियों से रूबरू करवाता कारक ही भूत कहलाता है। “”
“” भूत जानने से वर्तमान को अच्छा, सुव्यवस्थित व तार्किक किया जा सकता है और भूत में जीने से जीवन को आलसीपन व अकर्मण्यता से जकड़वाया भी जा सकता है। “”
These valuable views on Definition of Past | Meaning of Past | Bhoot Ka Arth Paribhasha
भूत की परिभाषा | भूत का अर्थ
मानस जिले सिंह
【यथार्थवादी विचारक 】
अनुयायी – मानस पंथ
उद्देश्य – मानवीय मूल्यों की स्थापना हेतु प्रकृति के नियमों का यथार्थ प्रस्तुतीकरण में संकल्पबद्ध योगदान देना।
🙏 👌 🙏
बीता हुआ कल जीवन को
समझने का एक अच्छा जरिया है,,
और आने वाला कल जीवन को
जीने का दूसरा मौका है।।।