Tuesday, September 30, 2025

Meaning of Good Luck | सौभाग्य का अर्थ

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सौभाग्य का अर्थ | सौभाग्य की परिभाषा
Meaning of Good Luck | Definition of Good Luck | Sobhagya Ka Arth

|| Good Luck ||

“” सुंदर, सरल व सहज से प्राप्त हुआ कर्मफल ही सौभाग्य कहलाता है। “”

वैसे “” G “” To Greatness
“” महत्ता “”
“” O “” To Offer
“” प्रस्ताव “”
“” O “” To Option
“” विकल्प “”
“” D “” To Delivery
“” वितरण “”
“‘” L “” To Legitimate Utility
“” वैध उपयोगिता “”
“” U “” To Unexpectedly Unique
“” अप्रत्याशित रूप से विचित्र “”
“” C “” To Compassion
“” अनुकम्पा “”
“” K “” To Kindness
“” दयालुता “”

“” वैसे महत्ता जहाँ प्रस्ताव के विकल्प एवमं वितरण की हो और वैध उपयोगिता जब अप्रत्याशित रूप से विचित्र अनुकम्पा व दयालुता के साथ आये तो वह Good Luck कहलाता है। “”

वैसे “” G “” To Grandness
“” महानता “”
“” O “” To Obviously
“” स्पष्टतः “”
“” O “” To Open Mind
“” खुला दिमाग “”
“” D “” To Deferential
“” श्रद्धासूचक “”
“” L “” To Lurking Legacy
“” गुप्त वसीयत “”
“” U “” To Unintentionally Unforgettable
“” अनजाने में अविस्मरणीय “”
“” C “” To Comprehensive Care
“” व्यापक देखभाल “”
“” K “” To Kind Perusal
“” उदार अवलोकन “”

“” वैसे महानता जहाँ स्पष्तः खुले दिमाग व श्रद्धासूचक के साथ हो और गुप्त वसीयत अनजाने में अविस्मरणीय व्यापक देखभाल व उदार अवलोकन की प्रस्तुति करे तो वह Good Luck कहलाता है। “”

“” अनिश्चितता को दरकिनार कर स्वंय के अपेक्षानुरूप परिणाम प्राप्त करना ही सौभाग्य कहलाता है। “”

“” सौभाग्य सत्यनिष्ठा का वास्तविक प्रसाद है। “”

“” सौभाग्य सुनियोजित कर्मफल है और भाग्य आस्था का प्रतिफल “”

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सौभाग्य का अर्थ | सौभाग्य की परिभाषा

मानस जिले सिंह
【यथार्थवादी विचारक 】
अनुयायी – मानस पंथ
उद्देश्य – मानवीय मूल्यों की स्थापना हेतु प्रकृति के नियमों का यथार्थ प्रस्तुतीकरण में संकल्पबद्ध योगदान देना

11 COMMENTS

  1. प्रिय बंधु,वेबसाईट पर 600 वें आर्टिकल की हृदय से बधाई।आप ऐसे ही अपनी लेखनी से हमें मंत्र मुग्ध करते रहो।Good Luck

  2. Congratulations on the achievements. Carry on with same jeal, hard work, devotion. Best wishes for the future ahead

  3. भाग्य का बल 100 गुना अधिक हो जाए, सौभाग्य कहलाता है । यह सौभाग्य हमें कब मिलता है ?क्या हमारे कर्मों से ? या पूर्व जन्म के पुण्य से । मनुष्य अपने भाग्य का निर्माण स्वयं करता है लेकिन सौभाग्य उसे प्राप्त होता है । अर्थात उसकी साधना या कर्म में इतनी प्रबलता होती है कि उसको उसका फल सौ गुना मिलता है ।- प्रोफेसर सरला जांगिड़

  4. Dear 🙏👌🙏
    Hearty congratulations on the 600th article on your website. You just keep touching the heights of your writing style and achieve your goal.

    सौभाग्य ना सब दिन सोता है,
    दुर्भाग्य ना हर दिन होता है,,
    तुम बस एक पथिक हो,,,
    चलते चलो राहों मे,,,,
    देखो आगे क्या-क्या होता है।।।

    💕AGAIN CONGRATULATIONS 💕

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