हिन्दुत्व की आंशिक व्याख्या | हिंदुइज्म क्या है
Meaning of Hindutva | Hinduism Kya Hai | Hindu ka Arth
“” हिंदू , हिन्दुत्व व हिंदुइज्म आखिर है क्या “”
“” सनातन संस्कृति की परम्परा व मान्यताओं को जीवन में आत्मसात करने वाला मानव हिंदू है। “‘
“” वेद, पुराण , उपनिषद या रामचरित मानस या फिर भगवद्गीता किसी में भी जिसका अटूट विश्वास के साथ जीवन निर्वाह हो वह इंसान हिन्दू है। “”
“” ब्रह्मा, विष्णु व महेश त्रिदेव की लीलाओं व मान्यताओं में आस्था के साथ जीवन व्यापन करने वाला प्राणी हिन्दू है। “”
“” जो ब्राह्मण, क्षेत्रिय, वैश्य , शुद्र वर्ण व्यवस्था में विश्वास ही नहीं अपितु जीवन शैली का निर्वहन करता हो वह जीव हिन्दू है। “”
उदाहरण –
जल
जलत्व – मतलब जल का नैसर्गिक गुण
यानी 【 प्यास बुझाना, गिला करना, चंचलता, वाष्प बनना इत्यादि 】
ठीक वैसे ही हिन्दू से हिन्दुत्व
हिन्दुत्व – हिन्दू प्रजाति के नैसर्गिक गुण 【 जो उपरोक्त व्याख्या में वर्णित हैं। 】
“‘ हिन्दुत्व को धारण या आत्मसात किये बिना हिन्दू बनने की कल्पना करना “” मानसिक दिवालियापन “” की निशानी है और कुछ नहीं । “”
अब बात रह गई हिन्दुइज्म की तो
“‘ पाश्चात्य दर्शन में विचारधारा को ism यानि इज्म से सम्बोधित किया जाता है। क्योंकि ये पँथ यानि आज के दौर यानि धर्म मे बदली नहीं इसीलिए विचारधारा कहलाती हैं।
उदाहरण –
Rationalism, Idealism, Realism etc.
सनातन संस्कृति आज के दौर का हिन्दुत्व है इसने कुछ सदियों पूर्व अपने आप को धर्म में परिवर्तित कर लिया जिसे हिन्दू धर्म कहते हैं।
“” हिन्दुत्व से ही हिन्दू है। “”
“” हिंदुइज्म “” हिन्दुत्व की आंशिक व्याख्या ।
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हिन्दुत्व की आंशिक व्याख्या | हिंदुइज्म क्या है
मानस जिले सिंह
【यथार्थवादी विचारक】
अनुयायी – मानस पंथ
उद्देश्य – मानस पंथ अपने नियम शिक्षा, समानता व स्वावलंबन की पूर्णता के लिये ही संघर्षरत व समर्पित है।
अतिसुन्दर……
जब दिल से सनातन संस्कृति पर नाज होगा,
तब कोई मजहब नहीं केवल भारतीयता को प्रणाम होगा।