स्वावलंबन की परिभाषा | स्वावलंबन का अर्थ
Definition of Independence | Meaning of Independence | Swavalamban Ki Paribhasha
स्वावलंबन
मानस पंथ द्वारा प्रयासरत
मूलभूत अधिकारों की अहम तृतीय इकाई बने “” स्वावलंबन “”
“” निजी अस्तित्व को बनाये रखने में बुद्धि कौशल द्वारा अर्जित वांछनीय आय ही स्वावलंबन को परिलक्षित करता है। “”
“” लालन पालन हेतू पर्याप्त मात्रा में धनोपार्जन की दक्षता प्रकट करती स्थिति ही स्वावलंबन है। “”
वैसे “” स् “” से स्पष्ट जहां आचरण की प्राथमिकता में समा जाये,
वहाँ निष्पक्ष व्यवहार होना स्वभाविक शैली में शामिल होता है;
“” व “” से वांछनीय जहां कार्यव्यवहार में प्रमुखता बनाने लगे,
वहाँ सर्वहितकारी नीतियों का बनना लाज़मी हो जाता है;
“” व “” से वचनबद्धता जहां व्यक्तित्व में प्रमुखता से आचरण में रम जाये,
वहाँ सत्यनिष्ठा कार्यप्रणाली में सिर चढ़कर बोलती है;
“” ल “” से लक्ष्य जहां जीवन शैली की सर्वोच्च पायदान पर आ जाये,
वहाँ कोई भी सीमा कार्य की पूर्णता में बाधा नहीं बन सकती ;
“” म् “” से मर्यादित जहां पुरुषार्थ के प्रमुख गुणों में शामिल हो,
वहाँ संस्कारिक समाज की अवधारणा कल्पनामात्र नहीं रहती;
“” ब “” से बंधनमुक्त जहां जीवन जीने की कला बन जाये,
वहाँ दूसरे की स्वायत्तता निज अधिकारों पर चोट नहीं अपितु एक दूजे के लिए समर्पण की भावना पैदा करता है ;
“” न “” से नेतृत्व जहां किसी वर्ग विशेष का मोहताज न रहे,
वहाँ स्वस्थ, लोकतांत्रिक मूल्यों की स्थापना होना स्वभाविक हो जाता है ;
वैसे स्पष्ट वांछनीय वचनबद्धता जहां लालन पालन को मर्यादित बनाती है,
वहाँ बन्धनमुक्त नेतृत्व ही स्वावलंबन का प्रतीक है।
“” अपने निर्णय को निर्बाध या अनवांछित हस्तक्षेप भय के विरुद्ध अविरल / निरन्तर कार्यसंचालन में मजबूत व उपयोगी आर्थिक स्थिति ही स्वावलंबन है। “”
“” स्वावलंबन समृद्ध , सशक्त परिवार की ही नहीं अपितु खुशहाल राष्ट्र की सफलतम व निर्णायक कुंजी है। “”
“” हर प्राणी के लिये हो संकल्प हमारा —
स्वावलंबन बने हर परिवार की खुशी का सहारा “””
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स्वावलंबन की परिभाषा | स्वावलंबन का अर्थ
मानस जिले सिंह
【 यथार्थवादी विचारक】
अनुयायी – मानस पँथ
उद्देश्य – समाज में शिक्षा, समानता व स्वावलंबन के प्रचार प्रसार में अपनी भूमिका निर्वहन करना।
hello
great thought