धर्म एक अद्भुत नशा | धर्म की अवधारणा
Meaning of Religion | Religion is a wonderful Drug
“” Religion is a wonderful Drug “”
“” परिवार को बांधने या एकीकृत बनाने रखने में धर्म / पँथ आवश्यक मौलिक तत्व या
फिर ईश्वर के डर का भौकाल बनाये रखने के लिए रचा व गढ़ा गया आडम्बर “”
“” सामाजिक ढांचे को व्यवस्थित रखने में पँथ / धर्म की जरूरत है या
फिर अनकही लत “”
“” राष्ट्र के निर्माण /गठन में धर्म / पँथ मील के पत्थर या
रूढ़िवादी विचारधारा व अंधविश्वास के गठजोड़ की दलदल “”
★★★ “” धर्म एक ऐसा अद्भुत नशा है, जिसमें नशेबाज कभी भी इससे बाहर नहीं आना चाहता है,
अपितु अपने जैसे बहुत सारे लोगों को अपने साथ मिलाना चाहता है। जिससे रौनक, सोहबत व सरंक्षण यथावत बना रहे। “” ★★★
“” धर्म की कट्टरपंथी सोच से पनपा नेतृत्व इस देश के खण्डित होने तक ही नहीं तृतीय विश्वयुद्ध और एक दिन इस सृष्टि में मानव जाति के विनाश का प्रमुख कारण भी बनेगा। “”
★★★ “” प्रचलित धर्म / पँथ में नहीं अपितु मानवीय मूल्यों के प्रति समर्पण, विश्वास व संवेदना स्वस्थ मानसिकता व मानवता के लिए लाभदायक साबित होगी। “” ★★★
These valuable are views on Meaning of Religion | Religion is a wonderful Drug
धर्म एक अद्भुत नशा | धर्म की अवधारणा
मानस जिले सिंह
【 यथार्थवादी विचारक】
अनुयायी – मानस पँथ
उद्देश्य – सामाजिक व्यवहारिकता को सरल , स्पष्ट व पारदर्शिता के साथ रखने में अपनी भूमिका निर्वहन करना।
प्रासांगिक एवं यक्ष प्रश्न
सद् विचार…..
धर्म-पंथ ही शान्ति पंथ, धर्म-पंथ सुख पंथ।
धर्म-पंथ पर जो चले, मंगल जगे अनंत ।।।
मिथ्य बातों पर यक़ीन ही अन्धविश्वास का हिस्सा है।
अंधविश्वास ही आस्थाओं पर चोट है, और ये अंधकार की ओर धकेलती है। जीवन को साकार बनाने के लिए मिथ्य और अन्धविश्वास से दूरी बनाकर चलिए।