बाँझ की परिभाषा | बाँझ का अर्थ
Definition of Barren | Meaning of Barren | Banjh Ki Paribhasha
| बाँझ |
“” जब निःसन्तान होने की वजह एक महिला होती है तो रूढ़िवादी उसे बाँझ कहते हैं । “”
“” किलकारी की गूँज के अभाव में कोख़ को जब अभिशापित माना जावे तो दकियानूसी सोच उसे बाँझ कहती हैं। “”
वैसे “” ब “” से बंजर जहां जमीन को माना जाता हो ,
वहाँ एक अनुपयोग होने से ढेरों सदुपयोग भी गौण हो जाते हैं ;
“” न् “” से निर्जीव जहां प्राणी को ही समझा जाने लगे,
वहाँ इंसान जिंदा लाश बनकर नजर आते हैं ;
“” झ “” से झोली जहां सिर्फ खुशियों को भरने की वजह से जानी जाने लगे ,
वहाँ अक्सर दामन के फटने , सिकुड़ने या दागी होने की सम्भावनायें बढ़ जाती है ;
वैसे बंजर , निर्जीव जहां झोली को जब – जब समझा गया,
वहाँ महिला को एक गाली में बाँझ सुना गया ।
“” बांझपन एक शारीरिक क्षति है ,
न कि सैद्धांतिक व मानवीय मूल्यों की “”
इस कमजोरी से महिला का सम्मान तनिक भर कम नहीं हो जाता अपितु
“” मानस “” की विचारशक्ति उसको और अधिक प्रेम, हमदर्दी व सहयोग की पात्र मानता है।
क्योंकि जो उसने नहीं पाया उसकी कमी उसको पहले से दर्द में जकड़े हुए है।
“” थोड़े शब्दों में महिला मशीन नहीं बल्कि आपकी दोस्त, संगिनी के साथ एक जननी भी है “”
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बाँझ की परिभाषा | बाँझ का अर्थ
मानस जिले सिंह
【यथार्थवादी विचारक 】
अनुयायी – मानस पंथ
उद्देश्य – मानवीय मूल्यों की स्थापना हेतु प्रकृति के नियमों का यथार्थ प्रस्तुतीकरण में संकल्पबद्ध योगदान देना।
जीवन की ढलने लगी सांझ,
बदले है अर्थ
शब्द हुए व्यर्थ
शांति बिना खुशियाँ है बांझ ।
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