Friday, December 6, 2024

Definition of Beauty | सौंदर्य की परिभाषा

More articles

सौंदर्य की परिभाषा | सौंदर्य का अर्थ
Definition of Beauty | Meaning of Beauty | Soundarya Ki Paribhasha

| सौंदर्य |

|| Beauty ||

“‘ किसी भी सिद्धांत या विचारों का संयमित, मनोभावयुक्त व तार्किक होना ही उसके सौंदर्य का परिचय देता है। “‘

“” प्राणित्व द्वारा अपने अंतर्निहित गुणों का सर्वश्रेष्ठ, लोकलुभावन व दर्शनीय प्रदर्शन ही उनके सौंदर्य से रूबरू करवाता है। “”

सामान्य परिप्रेक्ष्य में –

वैसे “” स “” से सुडौलपन
“” न् “” से नज़ाकत
“” द “” से दर्शनीय
“” र् “” से रमणीयता
“” य “” से यथार्थ

“” सुडौलपन, नज़ाकत व दर्शनीय के साथ रमणीय यथार्थ का होना सौंदर्य की निशानी है। “”

वैसे “” स “” से सौम्यता
“” न् “” से नम्रता
“” द “” से दरियादिली
“” र् “” से रोचकीय
“” य “” से योग्यता

“” सौम्यता, नम्रता व दरियादिली में रोचकीय की योग्यता का बने रहने का गुण ही सौंदर्य कहलाता है। “”

मानस के अंदाज में –

“” मनमोहक अदा के साथ शारीरिक यौवन का लज्जायुक्त प्रदर्शन ही सौंदर्य से मुलाकात करवाता है। “”

“” प्रकृति की निहारक छवि यानि सावन से मंत्रमुग्ध मेल 【 जानकारी 】 ही सौंदर्य कहलाता है। “”

“” उत्कृष्ट कला की दिल छू लेने वाली प्रस्तुति ही उसके वास्तविक सौंदर्य से आंखे दो से चार करवाती है। “”

These valuable views on Definition of Beauty | Meaning of Beauty | Soundarya Ki Paribhasha
सौंदर्य की परिभाषा | सौंदर्य का अर्थ

मानस जिले सिंह
【यथार्थवादी विचारक 】
अनुयायी – मानस पंथ
उद्देश्य – मानवीय मूल्यों की स्थापना हेतु प्रकृति के नियमों का यथार्थ प्रस्तुतीकरण में संकल्पबद्ध योगदान देना।

2 COMMENTS

Subscribe
Notify of
guest
2 Comments
Oldest
Newest Most Voted
Inline Feedbacks
View all comments
Sanjay Nimiwal
Sanjay
1 year ago

बहुत खूब 🙏👌🙏

बनावटी इस दुनिया में तेरी सादगी का क्या कहना,,,
तेरी यही अदा तुझे दिल से खूबसूरत बनाती है।।।

Sarla Jangir
Sarla jangir
1 year ago

जहां सुन्दरता की परिभाषा शुरू होती है ,वहां प्रकृति से ही उस सुंदरता की तुलना की जाती हैं ।लेकिन प्रकृति भी अपना भाव बदलती है । समय का परिवर्तन दर्शाती है । कहा जाता है, कि एक नन्ना बच्चा सबसे ज्यादा सुंदर होता है ,क्योंकि उसमें निश्चल, निष्कपट, निस्वार्थ भाव होते हैं । उसका भी भाव बदल जाता है – जब उसे भूख लगती है। पर
लेकिन मुझे सबसे अधिक सुंदरता प्रभावित करती है- किसी मूर्ति की सुंदरता । जो कभी भी अपना भाव नहीं बदलती है ।सामने वाला किस भाव से उसे देख रहा है, वह बदलता है ।लेकिन मूर्ति का भाव कभी नहीं बदलता है। मेरे लिए यही सुंदरता की परिभाषा है ।- प्रोफेसर सरला जांगिड़

Latest