“” स्पर्धा की परिभाषा ”” या “‘ स्पर्धा क्या है “”
“” Definition of Competition “” or “” Meaning of Contesting “”
“” स्पर्धा “”
“” बेहतर करने की ललक ही स्पर्धा है। “”
“” सर्वश्रेष्ठ हेतु आकांक्षारत प्रयास ही स्पर्धा है। “”
सामान्य परिप्रेक्ष्य में –
वैसे “” स् “” से संजीदगी
“” प “” से प्रमाणिकता
“” र “” से रस्साकशी
“” ध “” से धारण
“” संजीदगी में प्रामाणिकता हेतु रस्साकशी धारण कर लेना ही स्पर्धा कहलाती है। “”
वैसे “” स् “” से सर्वश्रेष्ठ
“” प “” से प्रयास
“” र “” से रस्म अदायगी
“” ध “” से धमाल
“” सर्वश्रेष्ठ प्रयास रस्मअदायगी के लिये न होकर धमक / धमाल मचाने के लिए हों, तो वह स्पर्धा कहलाती है। “”
मानस की विचारधारा में –
“” सर्वोत्तम दिखने की चाह में संघर्षरत कदमताल ही स्पर्धा है। “‘
“‘ सिलसिलेवार प्रयासों से पछाड़ने का जज्बा ही स्पर्धा है। “”
—– “” स्पर्धा ना ही उचित और ना ही अनुचित प्रतीत होती है,
यह तो बस परिस्थितियों व उसके निस्तारण पर निर्भर करती है। “” —–
मानस जिले सिंह
【 यथार्थवादी विचारक】
अनुयायी – मानस पँथ
उद्देश्य – सामाजिक व्यवहारिकता को सरल , स्पष्ट व पारदर्शिता के साथ रखने में अपनी भूमिका निर्वहन करना।