शाप की परिभाषा | शाप क्या है
Definition of Curse | Meaning of Damnation | Shap Ki Paribhasha
“” शाप “”
“” किसी के बुरा करने हेतु आकांक्षारत वचन ही शाप कहलाता है। “”
“” अनिष्टता की चाह में इच्छित या अनैच्छिक वचन ही शाप कहलाता है। “”
“” बदकामना की सोच जब बुरे वचन निकालती है तो वे शाप कहलाते हैं। “”
सामान्य परिप्रेक्ष्य में –
वैसे “” श “” से श्लोक
“” प “” से प्रतिशोध
“” श्लोक से प्रतिशोध लेना का तरीका ही शाप कहलाता है। “”
वैसे “” श “” से शब्द उच्चारण
“” प “” से प्रतिकार
“” शब्द उच्चारण से प्रतिकार लेना ही शाप कहलाता है। “”
सामान्य परिप्रेक्ष्य में –
“” भर्त्सना जब किसी के विनाश के लिये की गई हो तो वह भी शाप कहलाता है। “”
“” अपमानित या धिक्कार भी शब्दों के बाण से हो तो वह भी शाप है। “‘
—- “” शर्मोहया की हदें छोड़ जब कोई बद्दुआ निकाले तो वह शाप कहलाता है। “” —-
“” शाप देने व लेने से सदैव बचना चाहिए क्योंकि यह मानवीय मूल्यों को रसातल की ओर ले जाता है। “”
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शाप की परिभाषा | शाप क्या है
मानस जिले सिंह
【 यथार्थवादी विचारक】
अनुयायी – मानस पँथ
उद्देश्य – सामाजिक व्यवहारिकता को सरल , स्पष्ट व पारदर्शिता के साथ रखने में अपनी भूमिका निर्वहन करना।
सटीक व्याख्या 👌👌
ना जाने किस शैतान ने आदमी को श्राप दे दिया,,
लङाई तो सौ से जायज है पर मोहब्बत दो से पाप है।।