“” वजूद की परिभाषा “” Or “” वजूद का अर्थ “”
“” Definition of Existence “” or “” Meaning of Existence “”
“” वजूद “”
“” निरपेक्ष स्वतंत्रता का प्रदर्शन बनाये रखना ही वजूद है। “”
“” स्वायत्तता का अधिकारिक परिचय करवाना ही वजूद कहलाता है। “”
“” मौजूदगी को प्रकट करने की प्रक्रिया ही वजूद दर्शाती है । “”
वैसे “” व “” से वास्तविकता जहां अक्ष में रची बसी हो ,
वहां आधारहीन तथ्यों से दूरी होना स्वभाविक है ;
“” ज “” से जिज्ञासावश रहना जहां आचरण की गुणवत्ता बनी हो ,
वहां नवीनता व प्रगतिशीलता का होना अवश्यंभावी होता है ;
“” द “” से दम्भ भरना जहां अपने अस्तित्व को जताने जैसा हो ,
वहां नेतृत्व क्षमता का विकसित होना उसकी प्रकृति में मौजूद रहता है ;
वैसे वास्तविकता जिज्ञासावश जहां दम्भ भरे ,
वहां वजूद अहसास से परिचय अवश्य करवाती है ;
“” वजूद “” के लिये एक मशहूर शेर है —
“” ख़ुदी को कर इतना बुलंद कर बन्दे की खुदा खुद पूछे बता बन्दे तेरी रजा क्या है “”
मानस जिले सिंह
【यथार्थवादी विचारक 】
अनुयायी – मानस पंथ
उद्देश्य – मानवीय मूल्यों की स्थापना हेतु प्रकृति के नियमों का यथार्थ प्रस्तुतीकरण में संकल्पबद्ध योगदान देना।
Excellent thought
👍
तुम्हारा सिर्फ वजूद ही अलग है….
शामिल तो तुम मेरी हर शायरी में हो ।।।
🙏🙏🙏
Dear so nice
बहुत अच्छी व्याख्या