“” आंदोलन की परिभाषा “” या “” आंदोलन का अर्थ “”
“” Definition of Movement “” Or “” Meaning of Campaign “”
“” आंदोलन “”
“” किसी हित को सार्वजनिक तौर पर साधने में सत्तासीन विरुद्ध बुलंद आवाज ही आंदोलन कहलाता है। “”
“” जनहित को पूरा करवाने हेतु प्राणों की आहुति देने की तत्परता में किया गया विरोध आंदोलन कहलाता है। “”
“” सत्ता के समक्ष प्रस्तुतिकरण में दबाव हेतु मुखरित आवाम की आवाज आंदोलन कहलाता है । “”
वैसे “” अ “” से असहाय जहां इंसानियत महसूस करती है,
वहाँ दमन व शोषण का कुचक्र सत्तासीन द्वारा चलाना आम बात है;
“” न् “” से न्याय जहां रौंदा व कुचला जाये,
वहाँ तानाशाही व बर्बरता सरेआम देखने को मिलती हैं;
“” द “” से दस्तक जहां किसी को रोज दी जाती हो,
वहाँ किल्लत के साथ प्राणी की ज़िल्लत होना भी स्वाभाविक है ;
“” ल “‘ से ललकार जहां शक्ति की विरूद्ध हो,
वहाँ जिसकी लाठी उसी की भैंस कहावत की प्रधानता बनी रहती है ;
“” न “” से निर्बाध जहां सत्य की प्रवृत्ति का हिस्सा हो,
वहाँ निष्कंटक रूप से मुश्किल भरे काम आसानी से होते हैं ;
“” वैसे असहाय जहां न्याय के लिए दस्तक दे,
वहाँ ललकार के साथ शक्ति के समक्ष निर्बाध रूप से खड़ी रहे उसे आंदोलन कहते हैं। “”
आंदोलन की प्रकृति के साथ समय का बहुत महत्व होता है।
धैर्य , शालीनता व सौहार्दपूर्ण संघर्ष समय की जरूरत भी है और “” मानस “” का संदेश भी।
“” मानस की विचारधारा किसानों के हितों की सुरक्षा व उनकी मांगों का सम्मान चाहती है तथा उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है,
परन्तु रास्ते के जाम या बाजार बंद का पुरज़ोर विरोध करती है।
क्योंकि समाज को हानि देकर लाभ की अभिलाषा मूर्खतापूर्ण व्यवहार है। “”
मानस जिले सिंह
【यथार्थवादी विचारक 】
अनुयायी – मानस पंथ
उद्देश्य – मानवीय मूल्यों की स्थापना हेतु प्रकृति के नियमों का यथार्थ प्रस्तुतीकरण में संकल्पबद्ध योगदान देना
सुन्दर विश्लेषण
सुन्दर व्याख्या….
व्यवस्था मे सुधार का मार्ग