“” प्रतिशोध की परिभाषा ”” या “‘ प्रतिशोध क्या है “”
“” Definition of Revenge “” or “” Meaning of Vengeance “”
“” प्रतिशोध “”
“” अनपेक्षित क्रिया की प्रतिरोधात्मक प्रतिक्रिया 【 मन, कर्म व वचन द्वारा 】 जिसमें अपनी सन्तुष्टि शामिल हो वही प्रतिशोध कहलाता है। “”
“” अपने हित या अहम की चोट के मर्म के रूप में अवांछित कर्म ही प्रतिशोध कहलाता है। “”
सामान्य परिप्रेक्ष्य में –
वैसे “” प “” से प्रतिकार
“” र “” से रोष
“” त “” से तकाज़ा
“” श “” से शत्रुत्व
“” ध “” से धमक
“” जब प्रतिकार रोष पूर्ण तकाज़े में शत्रुत्व की धमक इख्तियार कर ले तो वह प्रतिशोध कहलाता है। “”
वैसे “” प “” से प्रतिबिंब
“” र “” से रति
“” त “” से तीव्रता
“” श “” से शुद्धता
“” ध “” से धारण
“” प्रतिबिंब में रति व उसकी तीव्रता जब शुद्धता धारण में अहम को सिद्धि करे तो वह प्रतिशोध कहलाता है। “”
मानस की विचारधारा में –
“” सर्वस्व दांव पर मनवांछित लक्ष्य की प्राप्ति किसी के अनिष्ट की नींव पर होना प्रतिशोध ही तो है। “‘
“‘ अपने अपमान की क्रोधाग्नि में किसी के अस्तित्व को जलाने की मंशा ही प्रतिशोध है। “”
“‘ गुस्से का अपने परिणीति तक पहुंचने में किसी का अमंगल निहित हो तो वह प्रतिशोध कहलाता है। “”
—– “” प्रतिशोध वह अग्नि है जो दूसरों से पहले खुद का सर्वनाश सुनिश्चित करती है। “” —–
मानस जिले सिंह
【 यथार्थवादी विचारक】
अनुयायी – मानस पँथ
उद्देश्य – सामाजिक व्यवहारिकता को सरल , स्पष्ट व पारदर्शिता के साथ रखने में अपनी भूमिका निर्वहन करना।
👌👌👌
प्रतिशोध की भावना,
इन्सान को हमेशा सर्वनाश
की तरफ ले जाती है।।
अति सुन्दर परिभाषा
प्यारे दुश्मन,
सुन ले कान खोल कर तु मेरी!
तू मुझे कुएं में थकेलेगा तो मैं पहाड़ पर मिलूंगा!
तू मुझे पहाड़ से धकेलेगा तो मैं आसमान में मिलूंगा!
तू मुझे आसमान से धकेलेगा तो मैं ब्रह्मंड में मिलूंगा!
Don’t underestimate me!