वर्चस्ववाद का अर्थ | वर्चस्व की आड़ में भी घिनौना षड़यंत्र
Definition of Supremacism | Meaning of Muscle Power | Varchasvavaad Ka Arth
| वर्चस्ववाद |
“” वजूद के वैभवपूर्ण, सामर्थ्यवान व सर्वस्वीकार्यता को एकाधिकृत बनाये रखना ही वर्चस्ववाद कहलाता है। “”
“” व्यक्तित्व का कांतिमय होने के साथ में क्षेत्र विशेष में अधिपत्य का निर्विरोध, निर्विवाद व निष्कंटक बनाये रखना ही वर्चस्ववाद है। “”
सामान्य परिप्रेक्ष्य में –
वैसे “” व”” से वजूद
“” र् “” से रणनीति
“” च “” से चातुर्यता
“” स् “” से सामर्थ्यता
“” व “” से व्यवस्था
“” व “” से विचारधारा
“” द “” से दूरअंदेशी
“” वैसे वजूद जब रणनीति के साथ चातुर्यता व सामर्थ्यता की विवेचना करे तो वह व्यवस्था विचारधारा व दूरअंदेशी के सहित होना वर्चस्ववाद का द्योतक है।””
वैसे “” व”” से वरीयता
“” र् “” से रौब
“” च “” से चतुराई
“” स् “” से सनक
“” व “” से विद्वत्ता
“” व “” से विचारशक्ति
“” द “” से दूरगामी सन्देश
“” वैसे वरीयता रौब जब चतुराई व सनक में विद्वत्ता का भी प्रयोग विचारशक्ति व दूरगामी सन्देश के साथ करे तो वह वर्चस्ववाद कहलाता है। “”
मानस के अंदाज में –
“‘” आपके तेजस्वी होने के साथ प्रभुत्वशाली होना तथा सर्वसम्मति, सर्वमान्य व सर्वश्रेष्ठ का पर्याय बने रहना ही वर्चस्ववाद का सूचक है। “”
“” आपकी दीप्ति व ऐश्वर्य आपके परिचय की सार्थकता सिद्ध करने के साथ विरोधमुक्त, द्वेषमुक्त व सर्वशक्तिमान बने रहना ही आपका वर्चस्ववाद दर्शाता है। “”
“” आपका वर्चस्ववाद आपके यश का द्योतक तो है ही अपितु दूसरे के हितों के अतिक्रमण का पर्याय भी । “”
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वर्चस्ववाद का अर्थ | वर्चस्व की आड़ में भी घिनौना षड़यंत्र
मानस जिले सिंह
【यथार्थवादी विचारक 】
अनुयायी – मानस पंथ
उद्देश्य – मानवीय मूल्यों की स्थापना हेतु प्रकृति के नियमों का यथार्थ प्रस्तुतीकरण में संकल्पबद्ध योगदान देना
बहुत खूब 🙏👌🙏
आती-जाती रहती है आवाजे हर वक्त,,,
और वर्चस्व सन्नाटे का खत्म नही होता ।।।