Thursday, November 21, 2024

Meaning of Misleading Idea | भ्रामक विचार या सन्देश की विकृति

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भ्रामक विचार या सन्देश की विकृति | भ्रामक विचार का अर्थ
Meaning of Misleading Idea | Definition of Misleading Idea | Misleading Idea Ki Paribhasha

| Misleading Idea or Distortion of Message |
| भ्रामक विचार या सन्देश की विकृति |

हमने गुनगुनाये प्यार के नग्में इस तरह जो ,
साथ देने वाले का रिद्म देख वो रूह की आवाज समझ बैठे ;

हमने जब करी नज़्म में इमदाद उनकी जो ,
थोड़ा सा हो हल्ला हुआ जो इस तरह कि उनके विरोध में होने का आगाज़ समझ बैठे ;

हमने लिखा प्रेम से सहयोग देने का संदेश सबको जो ,
पदचापों से बनी जमीं की थरथराहट को अब वो भूकंप ही समझ बैठे ;

कागज़ पर उकेरा इस कदर दिल का अंदाज़ ऐ बयाँ जो ,
तूफानों से नहीं हर्फ़ों से ही आयें हैं जलजले अब वो ये ही समझ बैठे ;

हमारी मासूमियत बनी तेज झुलस की वजह इस तरह जो ,
टेढ़ी बोंहों वाली आँखों की गर्मी को चिलचिलाती धूप की तपिश ही समझ बैठे ;

हमारी तिरछी नजरों ने भरी दोपहरी में तांडव नृत्य करवाया इस तरह जो ,
आँखों के अंगारों से झुलसे तलवों को अब धधकती भट्टी से बने छाले ही समझ बैठे ;

हम पंक्ति में चले कदम से कदम मिला कर इस तरह जो ,
पिछलग्गूओं की अनुशासन प्रियता देख वो सेनानायक ही समझ बैठे ;

जब हुये थोड़े से रहबर हम उनके जो ,
प्रेममयी आक्रोशित अभिव्यक्ति को देख ही जो खिलाफ़त ऐ हकूमत का सरदार ही समझ बैठे ;.

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भ्रामक विचार या सन्देश की विकृति | भ्रामक विचार का अर्थ

मानस जिले सिंह
【यथार्थवादी विचारक 】
अनुयायी – मानस पंथ
उद्देश्य – मानवीय मूल्यों की स्थापना में प्रकृति के नियमों को यथार्थ में प्रस्तुतीकरण में संकल्पबद्ध प्रयास करना।

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ONKAR MAL Pareek
Member
2 years ago

आओ अब विचार करें

सामने रखें दर्पण

सत्य को स्वीकार करें

गवाँ चुके काफ़ी समय

और न गँवाएँ अब

उलझी हुई समस्या को

और न उलझाएँ अब

मिल जुलकर बैठें सभी

खुद पर उपकार करें

आओ अब विचार करें ।

सड़ते हुए घावों को

कब तक ढक पाएँगे

गोलियों से कब तक अपना

दर्द हम भुलाएँगे

साहस से खोलें और

खुद से उपचार करें

आओ अब विचार करें ।

शकुनी के षड्यन्त्रो मे

दुर्योधन व्यस्त है

बुद्धिजीवी भीष्म सारे

जाने क्यों तटस्थ हैं

न्याय का समर्थन

अन्याय का प्रतिकार करें

आओ अब विचार करें ।

सारे मुखपृष्ठों पर

गुण्डों के भाषण हैँ

कुण्ठित प्रतिभावों पर

तम का अनुशासन है

तथ्यों को समझें

भ्रम का बहिष्कार करें ।।

आओ अब विचार करें ।

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