विचारक की परिभाषा | विचारक का अर्थ
Definition of Thinker |Thinker Ki Paribhasha | Thinker Ka Arth
“” Thinker “”
“” Reflecting his goal in life and getting the future depicted, he is called a thinker. “”
“” The one who not only explains the destination clearly but also tries to bring it closer to reality is called a thinker. “”
“” Combining strong will, determination and implementation and introducing the significance of execution, he is called a thinker.””
Manas View’s on –
“” T “” Time oriented जो समयोन्मुखी हो
“” H “” Honest जो ईमानदार हो
“” I “” Ingenious जो सरल हो
“” N “” Naturalistic जो प्राकृतिक हो
“” K “” Knowledgeable जो सुविज्ञ हो
“” E “” Expert जो विशेषज्ञ हो
“” R “” Revolutionary जो क्रांतिकारी हो
“” वैसे जो समयोन्मुखी, ईमानदार , सरल होने के साथ सुविज्ञ, विशेषज्ञ व क्रांतिकारी हो तो वह Thinker कहलाता है। “”‘
“” एक विचारक होना बड़ी बात नहीं है परंतु विचारशील, नवसृजनात्मक और दूरदर्शी होते हुए व्यवहारिक ज्ञान बनाये रखना बड़ी बात है। “”
These valuable are views on Definition of Thinker | Thinker Ki Paribhasha.
Manas Jilay Singh 【 Realistic Thinker 】
Follower – Manas Panth
Purpose – To discharge its role in the promotion of education, equality and self-reliance in social.
so nice thinking
Well done 👍👌
जिसमे इतनी खुबिया होंगी वो प्राणी तो निश्चित ही कुछ महान ही कहलाएगा । पर आज की इस मतलबपरस्त दुनिया में विरले ही मिलेंगे । ज्यादातर ढोंगी ही मिलेंगे पर इसका मतलब ये भी नही की हम सबको एक नजर से देखने लगें जरूरत है अपनी नजर और नजरिए को और पैना करने की
Really great analysis
“THINKER”
शानदार व्याख्या ।।
Realistic and Practical . Thoughts like these should be propagated in the practical life .
👍
कलम देश की बड़ी शक्ति है भाव जगाने वाली,
दिल की नहीं दिमागों में भी आग लगाने वाली ।
– रामधारी सिंह दिनकर
सच ही कहा है कविवर दिनकर जी ने, जो हमारे साहित्य के सूरज कहे जाते हैं, कि कलम देश की सबसे बड़ी शक्ति है। कलम से हम अनगिनत लोगों के विचारों में परिवर्तन ला सकते हैं। देश के स्वाधीनता संग्राम में बहुत सारे कवियों ने देश की सोई हुई जनता को जगाने के लिए इसी कलम का ही प्रयोग किया । तलवार से एक समय में एक व्यक्ति या दो व्यक्तियों के प्राणों को हरा जा सकता है, लेकिन कलम की शक्ति से बहुत से लोगों के विचार परिवर्तित किया जा सकते हैं। लोगों में देशभक्ति का भाग जगाने के लिए कवियों ने अपना बहुमूल्य योगदान दिया। कवि मन के भाव पैदा करता है, विचारक विचारों में सकारात्मक परिवर्तन। जैसे- तुलसीदास, मीरा इनकी रचनाएँ भक्ति में सराबोर , रहीम और कबीर कवि होते हुए भी समाज सुधारक , इसी तरह विचारों को लिखने वाला विचारक होता है। एक विचारक का दायित्व एक सामान्य मनुष्य से कहीं अधिक होता है। विचारक स्वांत- सुखाय हेतु विचारों का सर्जन नहीं करता है , उसका उद्देश्य में परहित भावना होती है। सारा विश्व ही उसका परिवार होता है |अगर सोचा जाए तो परहित कार्य तो हम और भी कई तरीकों से कर सकते हैं जैसे- सामाजिक कार्यकर्ता बनकर। लेकिन सामाजिक कार्यकर्ता की पहुंच एक वर्ग, एक समुदाय, एक राज्य तक सीमित रह जाती है , लेकिन विचारक के विचारों का प्रकाश उदित सूर्य की भांति होता है , जो कभी अपने कर्म के लिए अस्त नहीं होता, हमेशा तत्पर रहता है । ये जगत परिवर्तनशील और नश्वर है , पर समाज के हित में उठे विचार शाश्वत रहते हैं और उन्हें शब्द रूप देने वाला आज में लोगों का पथप्रदर्शक और उज्जवल भविष्य देता है , उसके जाने के बाद भी जन – जन उनके विचारों से अनुग्रहित होते हैं | भाव क्षणिक होते हैं , समय के अनुसार बदलते रहते हैं , विचार स्थाई होते हैं | विश्व में घटित हो चुकी क्रांतियों की सूत्रधार विचारों में बदलाव ही है | आज की तारीख में ये नाम आपका है | जीवन के संघर्षों और कठिनाइयों से जो सार निकला , वही आपके अमूल्य विचार समाज और देश के हित के लिए लाभकारी और सकारात्मक परिवर्तन लाने में सहायक हैं, आपके विचार उदित सूर्य की भांति हैं, जो अंधविश्वासों और झूठी परम्पराओं से जकडे जन को जगाने में निरंतर और सतत प्रयासरत हैं |- प्रोफेसर सरला जांगिड़
आपके विश्वास, स्नेह व आशीर्वाद के लिये बहुत बहुत आभार। मैं आपकी उम्मीदों पर खरा उतरने का प्रयास करूंगा।