कर्त्तव्य की परिभाषा | कर्त्तव्य क्या है
Definition of Duty | Meaning of Task | Kartavya Ki Paribhasha
“” कर्त्तव्य “”
“” सामाजिक नियम या स्वतः संज्ञान के अंतर्गत सम्पादित किये जाने वाले कार्य ही कर्त्तव्य कहलाते हैं। “”
“” कानूनन और नैतिकता में निभाये जाने वाले नियम ही कर्त्तव्य कहलाते हैं । “”
सामान्य परिप्रेक्ष्य में –
वैसे “” क “” से कर्म
“” र् “” से रति
“” त “” से तफसील
“” व् “” से विधान
“” य “” से योग्यता
“” कर्म में रति व तफसील से विधान की योग्यता हो तो वे कर्त्तव्य कहलाते हैं। “”
वैसे “” क “” से कार्यक्षेत्र
“” र् “” से रचना
“” त “” से तसल्लीबख्श
“” व “” से विधिविधान
“” य “” से यशस्वी
“” कार्यक्षेत्र की रचना जहां तसल्लीबख्श व विधिविधान से यशस्वी बनने के लिए हो तो वे कर्त्तव्य कहलाते हैं। “”
मानस की विचारधारा में –
“” प्रशासनिक व्यवस्था में बने विधान ही आपके कर्त्तव्य कहलाते हैं। “”
“” उत्तरदायी भाव मे स्वतः स्फूर्त लिये जाने निर्णय ही कर्त्तव्य कहलाते हैं। “‘
—- “” कर्त्तव्य व अधिकार एक सिक्के के दो पहलू जरूर हैं परंतु मानवीय आदतों में सुविधा के अनुरूप इसे प्रयोग किया जाता है। “” —-
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कर्त्तव्य की परिभाषा | कर्त्तव्य क्या है
मानस जिले सिंह
【 यथार्थवादी विचारक】
अनुयायी – मानस पँथ
उद्देश्य – सामाजिक व्यवहारिकता को सरल , स्पष्ट व पारदर्शिता के साथ रखने में अपनी भूमिका निर्वहन करना।
कर्त्तव्य 🙏🙏🙏
आए हो निभाने को,
किरदार जमीं पर …
कुछ ऐसा कर चलो,
कि जमाना मिसाल दे।।