लोभ की परिभाषा | लोभ का अर्थ
Definition of Greed | Meaning of Cupidity | Lobh Ki Paribhasha
| लोभ |
“” सामर्थ्य से ज्यादा निज हित पूर्ति हेतु तीव्रता ही लोभ कहलाता है। “”
“” हितों को साधने हेतु दिखाई गई निरंकुश सोच ही लोभ है। “”
“” अधिकाधिक धन सम्पत्ति के हासिल करने की जुगत ही लोभ है। “”
वैसे “” ल “” से लालायित
“” भ “” से भोगना
“” लालायित अधिकाधिक भोगने की प्रवृत्ति ही लोभ है। “”
वैसे “” ल “” से लत
“” भ “” से भविष्योन्मुखी सुख संसाधनों
“” लत भविष्योन्मुखी सुख संसाधनों की हो तो वह लोभ कहलाता है। “”
“” विपरीत परिस्थितियों में भी इक्कट्ठा की जोड़ तोड़ भी तो लोभ कहलाता है। “”
“” अंतहीन जमा करने हेतु अपनाये गये प्रपंच ही लोभ कहलाते हैं। “”
“” लोभ को बुरी बला कहा जा सकता है,
इसे अनैतिक कार्यों की जड़ भी कहा जा सकता है ,
परन्तु एक लोभ ही पीढ़ी दर पीढ़ी के जोड़ने हेतु इंसान को प्रेरित करता है। “”
These valuable are views on Definition of Greed | Meaning of Cupidity | Lobh Ki Paribhasha
लोभ की परिभाषा | लोभ का अर्थ
मानस जिले सिंह
【यथार्थवादी विचारक 】
अनुयायी – मानस पंथ
उद्देश्य – मानवीय मूल्यों की स्थापना हेतु प्रकृति के नियमों का यथार्थ प्रस्तुतीकरण में संकल्पबद्ध योगदान देना।
बहुत खूब 🙏👌🙏
झूठ, लोभ और फरेब से परे है,,,
खुदा का शुक्र है कि आईने आज भी खरे है।।।