रिश्ते की परिभाषा | रिश्ते के बारे में विचार
Definition of Relationship | Thought about Relationship | Riste Ki Paribhasha
Definition of Relationship | Thought about Relationship | Riste Ki Paribhasha
“” रिश्ते के बारे में विचार “”
“” रिश्ता एक प्यार व सुरक्षा की छत्रछाया या सपनों की सीढ़ियाँ या फिर भावनात्मक बेड़ियाँ “”
“” अंतर्मन से प्यार व समर्पण को परिलक्षित करने का अहसास ही रिश्ता है। “”
“” एक ही गर्भ या शुक्राणुओं से जुड़े रक्त बन्धन भी रिश्तों का निर्माण करते हैं। “”
“” एक ही कटुम्ब या ध्येय या जीवन शैली के बीच अनन्य लगाव व त्याग को दर्शाता मनोभाव ही रिश्ता कहलाता है। “”
“” एक दूसरे के हितों रक्षा, सम्मान या विरह की वेदना के भाव भी जहां मौजूद हो तो वह रिश्ता है। “”
रिश्तों की बलि पहले भी चढ़ती आयी है परन्तु वर्तमान में स्थिति मतलबपरस्त तो कहीं भयावह ही बनी हुई है।
★ आजकल व्यापार को साधने में बनावटी रिश्तों का बोलबाला रहता है।
★★ रिश्तों की चासनी में आजकल के बच्चे माता पिता का अपने हितों को साधने में सीढ़ी की तरह इस्तेमाल करते हैं।
★★★ रिश्तों के नाम सबसे ज्यादा शारिरीक व मानसिक शोषण का शिकार आजकल पत्नी / प्रेमिका नाम का रिश्ता रहता है।
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रिश्ते की परिभाषा | रिश्ते के बारे में विचार
रिश्ते की परिभाषा | रिश्ते के बारे में विचार
मानस जिले सिंह
【 यथार्थवादी विचारक】
अनुयायी – मानस पँथ
उद्देश्य – सामाजिक समस्याओं को व्यवहारिकता के साथ रखने में अपनी भूमिका का निर्वहन करना।
sunder chintan
सुन्दर रिश्ते 🙏👌🙏
कुछ रिश्ते ऊपर वाला बनाता है,
कुछ रिश्ते लोग बनाते हैं।।
वो लोग बहुत ही खास होते हैं,
जो बिना रिश्ते के रिश्ता निभाते हैं।।।
“‘रिश्ते’ संदेह से नही,
विश्वास से मजबूत बनते है!”
महेश सोनी