यज्ञ की परिभाषा | यज्ञ क्या है
Definition of Sacrifice | Meaning of Immolation |Yagya Ki Paribhasha
“” यज्ञ “”
परम्परागत विचारधारा के अंतर्गत –
“” जीवन में सुख समृद्धि के वास्ते दैवीय शक्ति को प्रसन्न हेतु किये जाने वाले यत्न ही यज्ञ कहलाते थे। “”
“” दान पुण्य या दैवीय आराधना या सामुहिक देवत्व युक्तियाँ भी यज्ञ के रूप कहलाते थे। “”
“‘ दैवीय आराधना में प्राकृतिक शुद्धता व सरंक्षण हेतु प्रयास भी यज्ञ ही कहलाते थे। “”
वैसे “” य “” से योजनाबद्ध
“” ज्ञ “” से ज्ञानोपार्जन
“” योजनाबद्ध ज्ञानोपार्जन हेतु सार्थक प्रयास भी यज्ञ कहलाता है। “”
वैसे “” य “” से य से येनकेन / यथार्थ
“” ज्ञ “‘ से ज्ञानेन्द्रिय जागृति
“” येनकेन या यथार्थ द्वारा ईश्वरीय शक्ति से ज्ञानेन्द्रिय जागृति हेतु प्रयत्न भी यज्ञ ही कहलाते हैं। “”
वैसे “” य “” से युक्तियुक्त
“” ग “” से गौरवपूर्ण
“” य “” से यथोचित कर्म
“” युक्तियुक्त गौरवपूर्ण यथोचित कर्म जब सात्विक / तामसिक हितों की पूर्ति के लिए हों तो वह यज्ञ ही कहलाता है। “”
मानस की विचारधारा में –
“” त्याग, समर्पण व न्यौछावर करने की मानवीय प्रवृत्ति ही यज्ञ है। “‘
“” निःसहाय, आश्रित व कमजोर का सरंक्षण व पालन पोषण ही वास्तविक यज्ञ है। “‘
“” मानवीय मूल्यों को समर्पित अनुष्ठान ही यज्ञ कहलाता है। “”
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यज्ञ की परिभाषा | यज्ञ क्या है
मानस जिले सिंह
【 यथार्थवादी विचारक】
अनुयायी – मानस पँथ
उद्देश्य – सामाजिक व्यवहारिकता को सरल , स्पष्ट व पारदर्शिता के साथ रखने में अपनी भूमिका निर्वहन करना।
सुन्दर अभिव्यक्ति 🙏🙏
जिन्दगी एक यज्ञ है,
इसमें अच्छे विचारों की
हवन सामग्री डालते रहो,
तथा बुरे विचारों को स्वाहा करते रहो।।