हड़ताल की परिभाषा | हड़ताल का अर्थ
Definition of Strike | Meaning of Strike | Hadtal Ki Paribhasha
“” हड़ताल “”
“” कदम से कदम मिलाते हुए हितों की उद्देश्य पूर्ति हेतु नाराजगी झलकाते हुये काम की मनाही ही हड़ताल कहलाती है। “‘
“” सामूहिक हितों की पूर्ति चाहने में कार्य निष्पादन को सिरे से ख़ारिज कर देना ही हड़ताल कहलाती है। “”
“” मांग के समर्थन में कार्य स्थल का हठपूर्वक तालाबन्दी तक करवा देना ही हड़ताल कहलाती है। “”
वैसे “” ह “” से हक जहां वरीयता के शीर्ष में आ जाये तो,
वहाँ वह पूरा होने के लिए इंसान के वजूद को भी दांव पर लगवा देता है ;
“” ड “” से डटना जहां इंसान की आदत में शुमार हो तो,
वहाँ वह मुश्किल व आसान लक्ष्य में भेद कभी कर नहीं पाता है ;
“” त “” से ताकत जहां सिर चढ़कर बोलने लगती है ,
वहाँ हकों के लिए वह पुरज़ोर तरीके से जवाब देने में व्यस्त रहती है ;
“” ल “” से लामबद्ध जहां जब भी कोई वर्ग हुआ ,
वहाँ सदैव दूसरे का उपयोग अपने हितों को पूरा करने के लिए हुआ ;
“” वैसे हक के लिए डटना जहां हर परिस्थिति में हो ,
वहाँ ताक़त के विरुद्ध पुरज़ोर तरीके से लामबद्ध होना ही हड़ताल है। “‘
हड़ताल करना सकारात्मक सोच का प्रदर्शन नहीं करती है अतः इसका चुनाव हमेशा अंतिम चरण में किया जाना चाहिए।
यही “” मानस “” की विचारधारा का सन्देश भी व समाज के हित में ही नहीं अपितु राष्ट्र की उन्नति के लिए जरूरी भी है।
“” भाइयों से मेरा अनुरोध है कि वे अहम के त्याग के साथ और अधिक शालीनता व धैर्य का परिचय देते हुए वार्ता को क्रमबद्ध रखें। “”
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हड़ताल की परिभाषा | हड़ताल का अर्थ
मानस जिले सिंह
【यथार्थवादी विचारक 】
अनुयायी – मानस पंथ
उद्देश्य – मानवीय मूल्यों की स्थापना हेतु प्रकृति के नियमों का यथार्थ प्रस्तुतीकरण में संकल्पबद्ध योगदान देना
सुन्दर व्याख्या