सत्य की परिभाषा | सत्य का अर्थ
Definition of Truth | Meaning of Reality | Satya Ki Paribhasha
“” सत्य “”
“” जिसकी सिद्धि या पुष्टि हेतु सम्पूर्ण वृतांत की आवश्यकता ही ना पड़े वही सत्य है। “”
“” सर्वकल्याण, सर्वस्व और सर्वकालिक अकाट्य रहे वही सत्य है। “‘
“” हित से ऊपर उठाकर जो वास्तविकता का रक्षण करे वही सत्य है। “”
वैसे “” स “” से सार्वभौमिक
“” त् “” से तर्कशील
“” य “” से यथार्थ
“” जो सार्वभौमिक, तर्कशील व यथार्थ हो वही सत्य कहलाता है।””
वैसे “” स “” से सर्वमान्य
“” त् “” से तकरीर
“” य “” से यक़ीनन सर्वमंगल
“” सर्वमान्य तकरीर जो यक़ीनन सर्वमंगल की कामना रखती हो वह सत्य है। “”
सामान्य परिप्रेक्ष्य में –
“” मानवीय संवेदनाओं की सर्वोच्च में बना हर निर्णय सत्य है। “”
“” सर्वपक्षीय विचारों को निर्विवाद या निर्विरोध समाहित जो विचार कर ले वही सत्य है। “”
“‘ जो सरल, स्पष्ट व पारदर्शी हो वही तो सत्य है। “”
“” सर्वकालिक नियम के अलावा इस ब्रह्मांड में कुछ भी सत्य नहीं है,
जो कानों से सुना व आखों से देखा जा सकता है, वह कुछ क्षण के लिए सत्य हो सकता है;
परन्तु वह शाश्वत सत्य कभी नहीं हो सकता। “”
These valuable are views on Definition of Truth | Meaning of Reality | Satya Ki Paribhasha.
सत्य की परिभाषा | सत्य का अर्थ
मानस जिले सिंह
【यथार्थवादी विचारक 】
अनुयायी – मानस पंथ
उद्देश्य – मानवीय मूल्यों की स्थापना हेतु प्रकृति के नियमों का यथार्थ प्रस्तुतीकरण में संकल्पबद्ध योगदान देना।
सत्य वचन 👌👌
जिस व्यक्ति के पास सब्र की ताकत है,,
उस व्यक्ति से कोई भी मुकाबला नहीं कर सकता है।।