त्याग की परिभाषा | त्याग का अर्थ
Meaning of Sacrifice | Definition of Renunciation | Tyag Ki Paribhasha
“” त्याग “”
“” अपेक्षित फलेच्छा में दूसरे के हित का ध्यान रखते हुए निजी हितों का समर्पण ही त्याग कहलाता है। “”
“” प्राणी के आत्मसम्मान सरंक्षण में जब अपने अस्तित्व पर दांव लगाकर कुछ बहुमूल्य समर्पित करना भी त्याग ही है। “”
“” किसी की इच्छापूर्ति में उपहार स्वरूप कुछ अविश्वसनीय व अतुलनीय सौंपना ही त्याग है। “”
सामान्य परिप्रेक्ष्य में –
वैसे “” त् “” से तपस्या
“” य “” से यश
“” ग “” से ग़ैर व्यक्तित्व को सौंपना
“” तपस्या और यश को ग़ैर व्यक्तित्व के लिए समर्पण करना भी त्याग है।””
वैसे “” त् “” से तन्मयता
“” य “” से योगदान
“” ग “” से गरिमामयी
“” तन्मयता से योगदान का गरिमामयी होना भी तो त्याग है।””
सामान्य परिप्रेक्ष्य में –
“” व्यक्तित्व की शुद्धि के लिए पूर्वाग्रहों की तिलांजलि भी त्याग ही है। “”
“” आध्यात्मिक मार्ग प्रशस्तिकरण हेतु मोह माया व बन्धनों को छोड़ना भी त्याग ही कहलाता है। “‘
—- “” त्याग व दान एक जैसे ही हैं फिर भी त्याग सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कहलाता है। “” —-
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त्याग की परिभाषा | त्याग का अर्थ
मानस जिले सिंह
【 यथार्थवादी विचारक】
अनुयायी – मानस पँथ
उद्देश्य – सामाजिक व्यवहारिकता को सरल , स्पष्ट व पारदर्शिता के साथ रखने में अपनी भूमिका निर्वहन करना।
सटीक व्याख्या🙏👌🙏
त्याग के बिना कुछ भी पाना संभव नही है,,
क्योंकि सांस लेने के लिए भी सांस छोड़नी पङती है।।