व्यस्त की परिभाषा | व्यस्त का अर्थ
Meaning of Unfinished Tales | Definition of Unfinished Tales | Unfinished Tales Ki Paribhasha
| Unfinished Tales |
| आधी अधूरी अनसुनी दास्ताँ |
जिंदगी मुझसे न जाने क्या -2 कर्म करवायेगी ,
ख्वाहिशों को तो कबका बीच रास्ते ही छोड़ दिया था हमने ;
सपनों की उड़ान के पँख कटवा नश्तर दिल में चुभोये भी थे हमने ,
कैसा दौर अब आया जो दैनिक जरूरत के लिये भी हमसे संघर्ष करवायेगी ;
मुनासिब न था उसकी हरकतों को दिल पर लेना ,
यकीन न था आँखें फेर सूरत ऐ हाल पर दबी हंसी से अब मज़ाक बनायेगी ;
आखिरी उम्मीद थी कभी हमारे जीने की जो ,
वो भी गर्दिश में सितारों के दरमियाँ छोड़ अकेले ही उन्मुक्त हो जायेगी ;
रात दिन एक कर दी थी उसको पाने की चाह में ,
लगता है अब यूँही जिंदगी की गुजर बसर हो जायेगी ;
हिम्मत न थीं अलविदा कह सकूँ जो उसको ,
“” कामयाबी “” ही थीं जो जनूँ हमारी आज भी पर अब वो “” आधी अधूरी अनसुनी दास्ताँ “” कहलायेगी ;
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व्यस्त की परिभाषा | व्यस्त का अर्थ
मानस जिले सिंह
【यथार्थवादी विचारक 】
अनुयायी – मानस पंथ
उद्देश्य – मानवीय मूल्यों की स्थापना हेतु प्रकृति के नियमों का यथार्थ प्रस्तुतीकरण में संकल्पबद्ध योगदान देना।
वाह
बहुत सुन्दर